मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना क्या है, मुख्यमंत्री घस्यारी योजना में आवेदन कैसे करें, उत्तराखंड में घस्यारी योजना कब शुरू हुई, उत्तराखंड मुख्यमंत्री घस्यारी योजना क्या है, मुख्यमंत्री घस्यारी योजना क्या है, मुख्यमंत्री घस्यारी योजना की विशेषताएं क्या है, मुख्यमंत्री घस्यारी योजना के फायदे क्या है, मुख्यमंत्री घासारी योजना में आवेदन कैसे करें, घस्यारी योजना के लाभ, घस्यारी योजना में क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे, (mukhymantri Ghasyari Kalyan Yojana kya hai, mukhymantri ghansyari Kalyan Yojana 2023, Uttarakhand mukhyamantri Ghasyari Kalyan Yojana, Uttarakhand Chief Minister ghansyari Kalyan Yojana 2023)
हमारे देश की सरकार द्वारा लोगों के कल्याण के लिए बहुत सी योजनाएं शुरू की जाती है इनमें से ही एक उत्तराखंड सरकार द्वारा पशुओं के लिए शुरू की गई योजना मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना है। यह योजना पशुपालकों की आय तथा प्रदेश में दूध के उत्पादन में वृद्धि लाने के लिए और पशुओं के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए Uttrakhand Ghasyari Kalyan Yojana 2023 का शुभारंभ किया गया है। योजना के अंतर्गत पशुपालकों को उनके पशुओं के लिए पौष्टिक चार उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उनके पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार आ सके और दूध उत्पादन में वृद्धि हो सके। तो इसलिए एक में हम आपको उत्तर प्रदेश घस्यारी कल्याण योजना से जुड़ी पूरी जानकारी देने का प्रयास करेंगे जैसे कि इस योजना में आपको के लाभ, दस्तावेज, पात्रता और इस योजना का क्या उद्देश्य है साथ ही आवेदन की प्रक्रिया क्या होगी।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना क्या है
इस योजना में पशुपालकों को पशुओं के लिए लगभग 25 से 30 किलो तक का पशु आहार के पैकेट दिए जाने वाले हैं क्योंकि इस आहार को देने से दूध देने वाले पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होगा और पहले की अपेक्षा में दूध देने वाले पशु 10% से 20% अधिक दूध का उत्पादन करेंगे। इस योजना से पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले पशु पालन करने वाले लोगों की रुचि पशुओं को पालने में बढ़ेगी और राज्य में दूध उत्पादन में बढ़ोतरी देखेगी। मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के द्वारा पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
उत्तराखंड सरकार द्वारा पशुपालन और खेती करने वाले परिवारों की महिलाओं को खेती से जोड़ा सामान फ्री में दिया जाएगा और इस योजना के अंतर्गत खेती एवं पशुओं के काम से जुड़ी सभी महिलाओं को एक खास तरह की किट प्रदान की जाएगी। जिसमें दो कुदाल, खाने का डब्बा, पानी की बोतल, दो दरांती जैसी सामग्री होगी। इस योजना में दी जाने वाली किट की लागत लगभग 1500 रुपए की होगी। यह किट उत्तराखंड राज्य की पात्र महिलाओं को दी जाने वाली है।
योजना का नाम | उत्तराखंड मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना |
उद्देश्य | पशुओं के लिए पौष्टिक व गुणवत्तापूर्ण आहार उपलब्ध करना |
राज्य | उत्तराखंड |
लाभार्थी | उत्तराखंड राज्य के निवासी |
वर्ष | 2023 |
उत्तराखंड में घस्यारी योजना कब शुरू हुई
इस योजना की शुरुआत प्रदेश की सरकार द्वारा नवंबर 2021 में हुई थी इसके अंतर्गत कुछ जिलों से इस योजना को प्रारंभ किया गया था। जिसके तहत गांव में रहने वाली महिलाओं को पशुओं के लिए पौष्टिक आहार दिया जाता है और उत्तराखंड राज्य के लोगों के लिए इस योजना का प्रारंभ 2023 में किया जाएगा।
Mukhyamantri Ghasyari kalyan yojana का उद्देश्य
उत्तराखंड राज्य के पशुपालकों को पशुओं के लिए पौष्टिक एवं गुणवत्ता चारा उपलब्ध कराने के लिए और दूध उत्पादन में वृद्धि लाने हेतु सरकार द्वारा मुख्यमंत्री घस्यारी योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार पशुओं के लिए पशुपालकों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएगी ताकि दूध देने वाले पशुओं का स्वास्थ्य अच्छा रहे और दूध उत्पादन में वृद्धि हो सके, तथा इस योजना के माध्यम से पशुपालकों को पशुओं के लिए पौष्टिक आहार भी मिल जाएगा और उन्हें किसी अन्य जगह भड़काने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इससे पशुपालकों के समय एवं धन की बचत होगी और उनकी आय में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जिससे उनकी आर्थिक मैं सुधार आ सके।
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना की विशेषताएं
- इस योजना की शुरुआत उत्तराखंड की सरकार के द्वारा की गई है जिसका आरंभ केंद्रीय मंत्री अमित शाह जी ने कर है।
- मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के माध्यम से पशुओं के लिए पशुपालकों को पौष्टिक आहार के पैकेट बैग प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत दिया जाने वाला पशु आहार पशुओं के अच्छ स्वास्थ्य के लिए होगा। जिससे दूध देने वाले पशु 20% ज्यादा मात्रा में दूध देंगे।
- इस योजना से पशुपालकों को चारा लेने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा, जिससे उनका समय और धन दोनों की बचत होगी।
- मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना से पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी होगी जिससे पशु पालने के लिए पशुपालकों की रुचि बढ़ेगी।
- इस योजना से पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
- इस योजना से दूध उत्पादन के क्षेत्र में वृद्धि देखने को मिलेगी ताकि प्रदेश में दूध की कमी ना रहे।
Mukhyamantri Ghasyari kalyan yojana की पात्रता
- इस योजना के पहले पत्र पशुपालक होंगे यानी जो पशुओं को पालते होंगे।
- आवेदक का उत्तराखंड राज्य का स्थाई निवासी होना जरूरी है।
- आवेदन करने वाले के पास दूध देने वाला पशु होना अनिवार्य है।
घस्यारी योजना के आवश्यक दस्तावेज (Documents Required)
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- आय का प्रमाण
- आयु का प्रमाण
- मोबाइल नंबर
- पासवर्ड साइज फोटो
- इमेल आईडी
- निवास प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना में आवेदन कैसे करे
जो पशुपालक इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें कुछ समय के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि राज्य सरकार के द्वारा अभी तक इस योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया नहीं आई है। यह योजना की घोषणा अभी की गई है परंतु आधिकारिक रूप से अभी तक इस योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन जैसे ही इस योजना में आवेदन की प्रक्रिया आधिकारिक पोर्टल पर डाली जाएगी, हम आपको वैसे ही स्टेप बाय स्टेप इस योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया के बारे में अपडेट कर देंगे।
यदि आप भी एक पशुपालक है और पशुओं के चारे के लिए परेशान रहते हैं। तो इस योजना में आवेदन जरूर करें और हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख आपको कैसा लगा। हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
धन्यवाद