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हेलो दोस्तों, राजस्थान में इंदिरा रसोई योजना को संचालित किया जा रहा था, जिसके माध्यम से लोगो को 450 ग्राम अन्न की थाली प्रदान की जाती थी। वही अब राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना कर दिया है। अब इस योजना के तहत लोगों को 600 ग्राम अन्न मिलेगा। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी ने हमारे भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सामने इस योजना का नाम बदलने का ऐलान किया है, जिसके साथ शनिवार 6 जनवरी 2024 को सरकारी आदेश भी जारी कर दिए गए। इस योजना के तहत अब लोगों को 300 ग्राम की चपाती, 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी के साथ अचार भी दिया जाएगा। आज हम आपको अपने इसलिए के माध्यम से श्री अन्न पूर्णा रसोई योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
नाम | अन्नपूर्णा रसोई योजना |
किसने शुरू की | मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा |
राज्य | राजस्थान |
लाभार्थी | गरीब वर्ग के जरूरत मंद लोग |
उद्देश्य | कम पैसों मैं भूखे लोगो को भोजन उपलब्ध करवाना |
भोजन थाली को राशि | 8 रुपए प्रति प्लेट |
अन्नपूर्णा रसोई योजना क्या है
राजस्थान में इंदिरा रसोई नाम की योजना चलाई जाती है जिसके तहत लोगों को 400 ग्राम अन्न की थाली प्रदान की जाती है। बीजेपी की पिछली सरकार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अन्न पूर्णा रसोई योजना को 2015-2018 तक चलाया गया, जिसके माध्यम से सरकार गरीब और जरूरतमंदों को भोजन प्रदान करती थी। इसके बाद कांग्रेस की सरकार बनते ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस योजना का नाम इंदिरा रसोई योजना कर दिया था। जिसके माध्यम से वह लोगों को ₹8 में भोजन प्रदान करते थे। अभी हाल ही में 2023 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर राजस्थान में भाजपा सरकार ने दबदबा बनाया, इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस योजना का नाम वापस अन्नपूर्णा रसोई योजना कर दिया। राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना को लेकर एक बैठक की गई थी, इसके बाद इस योजना का नाम बदल दिया गया। अभी हाल ही में नरेंद्र मोदी जी 3 दिन के दौरे के लिए जयपुर गए थे, जहां भाजपा विधायक और मंत्रियों के साथ उन्होंने बैठक की, जिसके बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री ने मोदी जी के सामने इस योजना का नाम बदलने की घोषणा की। इस योजना के तहत राज्य भर में 1000 से भी ज्यादा रसोई घर खुले गए हैं जो प्रतिदिन लगभग ढाई लाख से ज्यादा लोगों को भोजन उपलब्ध कराएंगे।
इंदिरा रसोई योजना का नाम क्यों बदला
राजस्थान में इंदिरा रसोई योजना का नाम बदल दिया गया है अब इसे श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से जाना जाएगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 5 जनवरी 2024 को भारत के प्रधानमंत्री की जी के सामने इस योजना का नाम बदल दिया है। इस योजना का पहले अन्नपूर्णा रसोई योजना ही नाम था, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा लागू किया गया था। 2015 से 2018 तक इस योजना को वसुंधरा राजे की सरकार ने चलाया, इसके बाद राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी थी इसके पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसी योजना का नाम इंदिरा रसोई योजना रख दिया था। इंदिरा रसोई योजना के माध्यम से गहलोत सरकार ₹8 प्रति प्लेट के हिसाब से गरीब और जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराती थी। 5 जनवरी 2024 को एक बार फिर भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस योजना का नाम वापस श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना कर दिया है।
श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना का उद्देश्य
अन्नपूर्णा रसोई योजना के उद्देश्य निम्नलिखित है जो इस प्रकार से हैं।
- इस योजना का उद्देश्य गरीब घर के लोगों को भोजन प्राप्त कराने से है।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत सरकार अच्छा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएगी।
- इस योजना के तहत सरकार सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना चाहती है।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना के माध्यम से गरीबी और भोजन की कमी से होने वाले कुपोषण को कम करने से है।
- इस योजना के तहत सरकार कम रुपए में अच्छा और भरपेट भोजन उपलब्ध कराना चाहती है।
अन्नपूर्णा रसोई योजना के लाभ
जब भी हमारे भारत में किसी योजना को शुरू किया जाता है, तो जाहिर सी बात है उसका लाभ जनता को भी होता है और सरकार को भी कुछ फायदे होते हैं, श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना के लाभ इस प्रकार है।
- श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना के माध्यम से गरीब वर्ग के लोगो को 2 वक्त की रोटी मिलेगी।
- इस योजना के माध्यम से गरीब घर के बच्चे भूखे पेट नहीं सोएंगे।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत ₹8 में सरकार अच्छा और स्वादिष्ट भोजन कराएगी।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना के तहत समाज में समरसता बढ़ेगी।
- अन्नपूर्णा रसोई योजना के माध्यम से 3 लाख लोगो को खाना मिलेगा।
श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना के लिए पात्रता
इस योजना के तहत निम्नलिखित पात्रताएं हैं जो कुछ इस प्रकार से हैं।
- राजस्थान के स्थाई नागरिक ही इसके मुख्य पात्र माने जाएंगे।
- गरीब और जरूरतमंद लोगों को ही लाभ दिया जाएगा।
- इस योजना के तहत किसी भी प्रकार की उम्र सीमा निश्चित नहीं है।
- बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चों को भी इस योजना के तहत भोजन प्रदान किया जाएगा।
अन्नपूर्णा रसोई योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस योजना में निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार से हैं।
- वोटर आईडी या आधारकार्ड
- अन्य दस्तावेज (जरूरत अनुसार पूछे जाने पर)
अन्नपूर्णा रसोई योजना में कितने रुपए में खाना मिलता है
इस योजना के तहत सरकार ₹8 प्रति थाली के हिसाब से पैसे लेती है, इस योजना के तहत सरकार पौष्टिक और स्वादिष्ट खाना प्रदान करती है जिसकी कीमत ₹25 है जिसमें से ₹17 सरकार की तरफ से खर्च किए जाते हैं और ₹8 योजना के तहत लाभ लेने वाले लाभार्थी द्वारा खर्च किए जाते हैं।
अन्नपूर्णा रसोई योजना में आवेदन की प्रक्रिया
राजस्थान सरकार द्वारा अभी हाल ही में अन्नपूर्णा रसोई योजना की घोषणा की है, फिलहाल इसमें अभी आवेदन प्रक्रिया नहीं बताई गई है। इस योजना के तहत गरीब वर्ग के लोग ही लाभ लेते हैं, जो पढ़े-लिखे नहीं होते इसलिए सरकार ने योजना में आवेदन करने की आवश्यकता को ही खत्म कर दिया है। इस योजना के माध्यम से जो भी लाभार्थी लाभ लेंगे उन्हें ना तो ऑनलाइन आवेदन करने की आवश्यकता है और ना ही ऑफलाइन आवेदन करने की आवश्यकता है। वह मात्र अपने पहचान पत्र दिखाकर इस योजना के तरह भोजन की थाली प्राप्त कर सकते हैं।
दोस्तों, आज हमने आपको राजस्थान की श्री अन्नपूर्णा योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास किया है। यदि आप भी राजस्थान के निवासी हैं और आपके आसपास गरीब और ऐसे जरूरतमंद व्यक्ति रहते हैं जिन्हें 2 वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती तो आप उन्हें इस योजना के बारे में जरूर बताएं।
धन्यवाद